अंतरिक्ष की रहस्यमयी दुनिया का एक बड़ा रहस्य आखिरकार सुलझ गया है। वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद वैज्ञानिकों ने यूरेनस ग्रह के दिन की सही अवधि का पता लगा लिया है। पहले की गई धारणाएं अब थोड़ी बदल गई हैं। यह खोज ग्रह पर भविष्य के अनुसंधान और मिशन नियोजन में भी मदद करेगी। अब तय हो गया, यूरेनस का वास्तविक दिन कितना लंबा होता है नए शोध के अनुसार, यूरेनस को अपना एक पूरा चक्कर पूरा करने में 17 घंटे, 14 मिनट और 52 सेकंड का समय लगता है। यह जानकारी हबल अंतरिक्ष टेलीस्कोप से प्राप्त 10 वर्षों के डेटा पर आधारित है। यह नासा के वॉयेजर-2 मिशन द्वारा पहले बताए गए समय से 28 सेकंड अधिक है। हबल ने खोले रहस्य, नया अनुमान सबसे सटीक इस शोध में वैज्ञानिकों ने यूरेनस के ऑरोरा यानी उत्तरी रोशनी और उसके चुंबकीय क्षेत्र की बारीकी से जांच की। फ्रांस की पेरिस वेधशाला के वैज्ञानिक लॉरेंट लेम और उनकी टीम ने 10 वर्षों तक यूरेनस पर नजर रखी और तब जाकर यह सटीक समय निकाला। यूरेनस का उल्टा घूमना भी रहस्य बन गया अन्य ग्रहों की तुलना में यूरेनस बहुत ही अजीब तरीके से घूमता है। इसका घूर्णन अक्ष 98 डिग्री पर झुका हुआ है, अर्थात यह एक सोते हुए व्यक्ति की तरह घूमता है। इसके चुंबकीय ध्रुव भी अपनी धुरी से 59 डिग्री पर हैं जो इसे और भी रहस्यमय बनाता है। इससे भविष्य के अनुसंधान का मार्ग प्रशस्त होगा यूरेनस के बारे में इस नई जानकारी के साथ, वैज्ञानिक अब इस ग्रह पर भविष्य के मिशनों की योजना बनाने में सक्षम होंगे। क्योंकि गैसों से बने इस ग्रह पर तेज हवाओं और घने बादलों के कारण घूर्णन समय को समझना बहुत कठिन था। अब सटीक समय जानने से इसकी सतह, पर्यावरण और मौसम को समझने में मदद मिलेगी।